बारिश व गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं, लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों से दिन के समय लगा रहता है जाम
जगाधरी, यमुनानगर। बूड़िया चौंक से छछरौली नेशनल हाइवे पर समता योग आश्रम के समीप खारवन-दादुपुर मोड़ पर बारिश सीजन में सड़क पर जमा कीचड़ से सड़क से वाहनो का चलना दुश्वार हो गया है। बारिश के पानी की निकासी न होने के कारण पानी सड़क पर जमा हो जाता है यहां पर लिंक रोड पर जहां पर खेती योग्य जमीन होती थी, जिसमें से बारिश का पानी क्रास हो जाता था वहां पर अब कालोनियां काट दिए जाने व इंडस्ट्री लग जाने से सारा पानी सड़क पर ही जमा हो जाता है। ओवरलोड लकड़ी की ट्रालियों से सुबह से लेकर सारा दिन यहां पर जाम जैसी हालत रहती है। कई बार कीचड़ की वजह से फिसलन हो जाने से दोपहिया वाहन चालक फिसल कर चोट खा बैठते है, न बीएंडआर डिपार्टमेंट न ही नगर निगम यहां पर यहां इस समस्या का हल करने का प्रयास कर रहा है।
समता योग आश्रम से खारवन-दादुपुर रोड की ओर आते ही वाहनों का सामना कीचड़ व पानी से भरी सड़क से होता है। यहां पर लगभग 500 मीटर का सड़क का टुकड़ा ऐसा लगता है जैसे खेत के किसी कच्चे गोहर में उतर आए हो। एक साइड प्लाईबोर्ड इंडस्ट्री के अलावा अन्य इंडस्ट्री लग गई है जिसकी वजह से उस साइड सड़क ऊंची हो गई वहीं दूसरी ओर कालोनियां आदि काट दी गई है , जिसकी वजह से सड़क का पानी किसी ओर नहीं निकल पाता। इसके साथ ही यह पूरा एरिया नगर निगम में आता है नगर निगम ने यहां पर बारिश या गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की है। वहीं बींएडआर की ओर से भी कोई नाला आदि नहीं बनाया गया है जिसमें बारिश या गंदा पानी निकल सके।
फिसलन की वजह से दोपहिया वाहन लगातार होते है दुर्घटना का शिकार
सड़क पर जमा कीचड़ की वजह से इतनी फिसलन हो जाती है कि दोपहिया वाहन चालकों की जान को लगातार आफत बनी रही है सड़क के साऊथ की ओर पानी इक्टठा रहता है इस ओर यदि कोई दोपहिया वाहन चालक निकल रहा हो ओर साथ में कोई बड़ा सामने से आ रहा हो तो फिसलन से कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है। वैसे लगातार दोपहिया वाहन चालक फिसल कर चोटिल हो रहे हैं। समता योग आश्रम से यह रास्ता भूखड़ी, खारवन, भगवानपुर व दादुपुर समेत बड़ी संख्या में गांवों को शहर से जोड़ता है मगर 500 मीटर का यह हिस्सा किसी बड़े खतरे को पार करने से कम नहीं लगता है।
ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों से लगा रहता है जाम
यहां पर लकड़ी से भरी ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों की वजह से सुबह से लेकर 10-11 बजे तक जाम की हालत रहती है। कीचड़ व पानी में झूलती जा रही ट्रैक्टर-ट्रालियां किसी पर भी पलट सकती है। मगर इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है। बूड़िया चौक से लेकर मानकपुर मोड़ तक सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड ट्रालियों की वजह से यहां पर भी जाम की हालत बनी रहती है। इनकी वजह से सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि यह ट्रैक्टर-ट्रालियां सड़क को कवर करके रखती है दूसरे वाहनों के निकलने का रास्ता भी नहीं छोड़ती। मगर न तो आरटीए इन ट्रैक्टर-ट्रालियों के चालान करता है न ही कोई अन्य विभाग इस ओर देखता है।