लगभग 40 करोड़ रूपए कीमत का सैकड़ों किलोग्राम केमिकल ज़ब्त, लैब के मास्टरमाइंड के साथ 4 अन्य गिरफ्तार
नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और राजस्थान पुलिस ने राजस्थान के सिरोही जिले के एक सुदूर गाँव में एक गुप्त लैब का भंडाफोड़ किया है। सैकड़ों किलोग्राम केमिकल ज़ब्त किए गए हैं, जो लगभग 100किलोग्राम मेफेड्रोन बनाने के लिए पर्याप्त थे। इनकी अनुमानित बाज़ार कीमत 40 करोड़ रुपये है। लैब के मास्टरमाइंड और 4 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में मेफेड्रोन का इस्तेमाल साइकोट्रोपिक ड्रग्स के तौर पर तेज़ी से बढ़ रहा है।
एक मामले में, राजस्थान की सिरोही पुलिस को 06 नवंबर, 2025 को सिरोही के धनत्राई गाँव में एक फार्म हाउस में लैब उपकरणों के साथ-साथ रसायनों से भरे ड्रम और पैकेट मिले। पुलिस ने तुरंत यह जानकारी NCB, जोधपुर को दी, जिसके बाद अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और उन्हें एक गुप्त प्रयोगशाला के संकेत मिले। वहां सैकड़ों किलोग्राम रसायन मिले जो लगभग 100 किलोग्राम मेफेड्रोन बनाने के लिए पर्याप्त थे और जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 40 करोड़ रुपये है। राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU),गांधीनगर की टीम को निरीक्षण के लिए बुलाया गया और उन्होंने घटनास्थल से बरामद प्रयोगशाला उपकरणों में इस्तेमाल किए जा रहे precursors की मौजूदगी की पुष्टि की।
मामले की जांच के दौरान, लैब चलाने वाले लोगों की पहचान की गई और उनमें से पांच को राजस्थान पुलिस की सहायता से NCB, जोधपुर द्वारा राजस्थान और गुजरात के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया। जांच के बाद मास्टरमाइंड निवासी जिला जालौर, राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया गया है।पूछताछ में पता चला कि वह स्नातक है और सिविल सेवा परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं में असफल होने के बाद, उसने जल्दी पैसा कमाने के लिए मेफेड्रोन निर्माण का व्यवसाय शुरू कर दिया। उसने अपने सहयोगी निवासी गांव धनत्राई, जिला बलतोरा के नाम पर फार्म हाउस पट्टे पर लिया। उसने सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के साथ बात करने के लिए वर्चुअल सिम का इस्तेमाल किया और ड्रग बनाने की प्रक्रिया सीखने के लिए डार्कनेट का इस्तेमाल किया। उसने गुजरात के अंकलेश्वर से रसायन और लैब उपकरण हासिल किए। वह मेफेड्रोन तस्करी के एक CBN मामले में भी वांछित था। रसायनों और उपकरणों के परिवहन में प्रयुक्त वाहन को जब्त कर लिया गया है। जाँच से यह भी पता चला है कि उन्होंने 8 किलो मेफेड्रोन बनाया था, जिसमें से 2 किलो CBN ने 28 अक्टूबर 2025 को उनके एक सहयोगी से जब्त कर लिया था। मामले में आगे की जाँच जारी है।

यह कार्रवाई,ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में राजस्थान पुलिस और NCB के बीच सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, जहां उन्होंने संयुक्त रूप से तलाशी और जांच की, जिसके परिणामस्वरूप 5 दिनों में ही इस गुप्त लैब और इसके पीछे के सिंडिकेट का भंडाफोड़ हो सका।




