रादौर, यमुनानगर। वन विभाग जगाधरी रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले कंड्रोली गांव में रोड साइड पापुलर के 70 पेड़ों का अवैध कटान हो गयाा। वन विभाग के कर्मचारियों के मौके पर पहुंचने के बावजूद पेड़ों का अवैध कटान चलता रहा। इसके बाद लकड़ी को ट्रालियों में लाद दिया गया। मामला जब बढ़ने लगा तो वन रेंज स्टाफ जगाधरी मौके से दो ट्रालियों को तो रेंज कार्यालय जगाधरी ले आया, जिनकी डैमेज रिपोर्ट बना दी गई। मगर ग्रामीणों के अनुसार लकड़ी को तीन ट्रालियों में लादा गया एक ट्राली को कर्मचारी वहीं छोड़ आए। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सीएफ नार्थ व पीसीसीएफ से की है व जांच की मांग की है।

ग्रामीणों ने बताया कि कंड्रोली गांव में सड़क किनारे खड़े पापुलर के पेड़ों को कुछ लोगों ने काटना शुरु कर दिया। जिसकी शिकायत पुलिस व वन विभाग से कर दी गई। मगर वन विभाग के कर्मचारियों के मौके पर पहुंचने के बावजूद वहां पर कटान का काम चलता रहा। मामला जब बढ़ने लगा तो वन विभाग ने आगे पेड़ काटने पर रोक लगा दी, मगर जो पेड़ काटे गए थे उनको वहीं ट्रालियों में लाद दिया गया। इसके बाद लगातार अधिकारियों से शिकायतें होता देख वन कर्मचारी मौके से दो ट्रालियों को तो कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय ले आए।

इस मामले में जब रेंज अधिकारी पुनीत से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि विभाग कार्रवाई कर रहा है। मगर जब अगले दिन बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं कार्यालय में मौजूद विभाग के गार्ड ने बताया कि 70 पेड़ मौके से काटे गए है जिनकी डैमेज रिपोर्ट बना दी गई। जब गार्ड से पूछा गया कि कुल कितना जुर्माना  लगाया गया है तो उनका कहना था कि यह अधिकारी ही तय करेंगे। यानी न तो इतनी बड़ी संख्या में पेड़ काटने पर कोई एफआईआर की गई न ही कोई ओर कार्रवाई।

वहीं ग्रामीणों ने बताया कि लकड़ी को तीन ट्रालियों में लादा गया था, मगर वन विभाग के कर्मचारी केवल दो ट्रालियों को लेकर गए। इसके साथ ही केवल लकड़ी को कब्जे में लिया गया, जबकि वाहनों को छोड़ दिया गया।  इतने बड़े पैमाने पर कटान के बावजूद विभाग ने इतनी हल्की कार्रवाई कर क्यों छोड़ दिया। उन्होंने कहां कि उन्होंने इसकी शिकायत कंजरवेटर व पीसीसीएफ से की है।

 

 

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