हथिनीकुंड, यमुनानगर। हथिनीकुंड बैराज पर डायाफ्राम वाल के चल रहे निर्माण कार्य की मंगलवार को विभागीय विजिलेंस ने निरीक्षण किया। विभाग की विजिलेंस जैसे ही वहां पहुंची तो वहां पर सिंचाई विभाग का स्टाफ भी पहुंच गया। विजिलेंस विभाग के कार्यकारी अभियंता हरिदेव कांबोज के साथ अन्य स्टाफ ने पहले साइट की विजिट की। उसके बाद विभाग के अधिकारियों को लगाए जा रहे पत्थर व 30 जून तक काम के पूरा होने के बारे में जानकारी मांगी।
विजिलेंस टीम ने जैसे- जैसे सवाल पूछती गई वैसे वैसे सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जवाब देना मुश्किल हो गया। विजिलेंस एक्सईएन हरिदेव कांबोज ने पूछा कि उन्होंने पहले भी साइट पर विजिट किया था ओर छोटा पत्थर लगाने से मना किया था। इसके बावजूद नार्मस के अनुसार पत्थर क्यों नहीं लगाया जा रहा। उन्होंने जब पत्थर के बिल व ई-रवाना मांगे तो अधिकारी बिल के रुप में केवल गेट पास दिखा पाए। जबकि ई-रवाना नहीं दिखाया गया । विजिलेंस टीम का कहना था कि इतना बड़ा कार्य हो रहा है तो उसकी क्या सुपरविजन की जा रही है। उन्होंने पूछा कि क्या 30 जून तक यह काम पूरा हो पाएगा। इसका जवाब भी विभाग के अधिकारियों से देते नहीं बन रहा था। इस दौरान मौके सिंचाई विभाग के एक्सईएन दादुपुर, एसडीओ व जेई समेत अन्य स्टाफ मौजूद था।इस बारे में विजिलेंस विभाग के एक्सईएन से जब मौके पर पाई गई कमियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कोई भी बयान देने के लिए अधिकृत नहीं है।