- सीसीएफ वाइल्ड लाइफ ने मोरनी-पिंजौर, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल के वन मंडल अधिकारियों को पत्र जारी कर दिए निर्देश
- आगामी प्रशासनिक आदेशों तक फारेस्ट स्टाफ ही करेगा वाइल्ड लाइफ को ट्रांसफर एरिया की देख-रेख
पंचकूला। हरियाणा में वन विभाग द्वारा वन्य प्राणी विंग को संरक्षित वन क्षेत्र, सेंचुरी एरिया तो सौंप दिया गया है मगर स्टाफ उपलब्ध नहीं कराया गया है, इसके पीछे कोई प्रशासनिक आदेश जारी न होने का हवाला दिया गया है। इसके चलते मुख्य वन संरक्षक वाइल्ड लाइफ द्वारा 8 सितंबर 2025 को एक पत्र जारी कर मौजूदा स्टाफ द्वारा ही इन एरिया की देख-रेख करने करने के निर्देश जारी किए गए हैं, यानी जो स्टाफ वहां पर काम कर रहा है वहीं देख-रेख करेगा।
एसीएस एनवायरमेंट, फारेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ के आदेशों के बाद 27 अगस्त 2025 को पीसीसीएफ वन बल प्रमुख ने पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को एक पत्र लिखकर यमुनानगर में कलेसर नेशनल पार्क व सेंचुरी एरिया, पंचकूला में खोल हाय रायतन, बीड़ शिकारगाह वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, स्योंसर कंर्जेवेशन रिर्जव कैथल व कुरुक्षेत्र से संबधित क्षेत्र का चार्ज लेने के लिए कहा।
एसीएस की ओर से 7 अगस्त 2025 को जो आदेश जारी हुए थे, उनके मुताबिक सरंक्षित क्षेत्रों मे एसएमसी वर्क्स वन्य जीव विंग की निगरानी व पर्यवेक्षण में किए जाएंगे। स्टाफ के ट्रांसफर के बारे में कहा गया कि जो ब्लाक व बीट पूर्ण रुप से संरक्षित वन क्षेत्र में हैं ओर उनके पास कोई अन्य कार्य नहीं है उन्हें वाइल्ड लाइफ विंग के प्रशासनिक नियंत्रण में रखा जाएगा। इसी अनुसार संरक्षित क्षेत्रों में नए कार्य व मौजूदा कार्यों के लिए रखरखाव का बजट वाइल्ड लाइफ विंग को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। पिछले वर्षों में की गई प्लांटेशन्स का रखरखाव व चालू वितिय वर्ष में एसएमसी वर्क्स को वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा जल्द से जल्द किया जाए।
इस पत्र के अनुसार न केवल सेंचुरी एरिया, संरक्षित वन क्षेत्र का हस्तांतरण होना था , बल्कि उन क्षेत्रों के स्टाफ को भी वाइल्ड लाइफ विंग को दिया जाना था। मगर फारेस्ट टेरिटोरियल द्वारा स्टाफ नहीं उपलब्ध करवाया गया। इसके पीछे प्रशासनिक आदेश जारी न होने का हवाला दिया गया। वाइल्ड लाइफ विंग के पास स्टाफ पहले ही सीमित है। ऐसे में वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा नए क्षेत्र को संभाल पाना मुशिकल कार्य दिखने लगा।
इसी संबंध में मुख्य वन संरक्षक वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा 8 सिंतबर 2025 को पत्र क्रमांक 747-50 में डीएफओ मोरनी-पिंजौर, यमुनानगर, कैथल, कुरुक्षेत्र को निर्देश जारी किए गए कि जब तक स्टाफ को लेकर कोई प्रशासनिक आदेश जारी नहीं किए जाते तब तक उक्त एरिया के कार्यों की देख-रेख मौजूदा स्टाफ ही करेगा, यानी इस समय जो स्टाफ मौके पर कार्यरत है उसको ही इसकी देखभाल करनी होगी।