श्री कृष्ण कृपा और जीयो गीता परिवार के सदस्य नगर खेड़ा पर भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापना पर रहे मौजूद
नारायणगढ़, अंबाला। भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत सबसे पहले गणपति पूजन से की जाती है। गणेश चतुर्थी का त्योहार केवल धार्मिक महत्व ही नहीं रखता, बल्कि ये एक ऐसा उत्सव है जो आपसी भाईचारे और एकता का भी संदेश देता है।
यह बात श्री कृष्ण कृपा एवं जीयो गीता परिवार के प्रधान अशोक मेहता ने कही। वे आज नगरखेड़ा पर गणेश चतुर्थी पर आयोजित कार्यक्रम में भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापना के दौरान बोल रहे थे। इस तमाम आयोजन को गणपति सभा नारायणगढ़ कर रही है।
भगवान गणेश जी की सवारी के नगर खेड़ा पर पहुंचने पर श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति एवं जीयो गीता परिवार के सदस्यों ने स्वागत किया और हलवे के प्रसाद का भंडारा दिया। अशोक मेहता ने मौजूद सभी लोगों को गणेश चतुर्थी की बधाई दी और कहा कि गणेश चतुर्थी का उत्सव प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है। मराठा राजा शिवाजी ने इसे राज्य स्तर पर महत्व दिया। आगे चलकर स्वतंत्रता संग्राम के समय लोकमान्य तिलक ने इस पर्व को निजी आयोजन से बड़े स्तर के आयोजन का रूप दिया। उन्होंने इसे समाज के अलग-अलग वर्गों को एकजुट करने का माध्यम बनाया। इस तरह गणेश चतुर्थी धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक एकता का प्रतीक भी बन गई।
उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी का आयोजन बिना मोदक के अधूरा है। मोदक गणेश जी का प्रिय भोग माना जाता है। चावल या आटे से बनी ये मिठाई अंदर से गुड़, नारियल और सूखे मेवों से भरी होती है। परंपरा है कि भगवान गणेश को इक्कीस मोदक का भोग लगाया जाता है। इन दिनों में घरों और पंडालों में विभिन्न प्रकार के पकवान भी बनाए जाते हैं लेकिन मोदक का स्वाद हर जगह खास रहता है। श्री कृष्ण कृपा समिति एवं जीयो गीता परिवार के सदस्यों ने गणपति सभा के सदस्यों को सम्मानित किया एवं गणपति सभा के सदस्यों ने भी उनका सम्मान किया।
इस अवसर पर श्री गणपति सभा के मौजूदा प्रधान देशबंधु जिंदल , युवराज घुंगरू जिंदल , अंकित जिंदल , अमित, निर्मल अग्रवाल , टंडन जी, विक्रम और सभी कार्यकर्ता ,श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति एवं जीयो गीता परिवार के प्रधान अशोक मेहता, सचिव सुरिंदर बिंदल,
देवेंद्र कुमार मेहता कोषाध्यक्ष ,रवि कुमार शर्मा, मुकेश गुप्ता,अश्विनी सिंगल , रविंद्र शर्मा,राजेश कुमार राजू, अनिल गुप्ता, नीलकमल वर्मा , सुरेश कुमार शर्मा, अनिश शर्मा, तरसेम कौशिक, महेंद्र गुप्ता, अजीत छाबड़ा ,जैकी चौधरी बलविंदर वालिया ,बरखा राम धीमान , सुरेश अग्रवाल ,विजय अग्रवाल ,अमित शर्मा ,सतीश सैनी, दिलदार सिंह आदि मौजूद रहे।